Wednesday, October 9, 2024

अग्नि परीक्षा

माता सीता की अग्निपरीक्षा का सच 

जब भगवान विष्णु के राम स्वरूप् में सीता माता के अपहरण का समय आया तो भगवान ये जानते थे की सीता रूप में माता लक्ष्मी को कोई छुएगा भी तो वो भस्म हो जायेगा। मगर उनके अवतार के लिए और रावण की मृत्यु के लिए ये लीला आवश्यक थी इसलिये उन्होंने माता सीता से ये अनुरोध किया की जब आप लक्ष्मण रेखा पार करे तो अग्नि में प्रवेश कर जाये और अपनी छाया को सीता रूप में लक्ष्मण रेखा के पार जाने दे। उन्होंने ऐसा ही किया और उनकी छाया में ही उनके सतीत्व का इतना प्रभाव था कि रावण ने अशोक वाटिका में जब एक बार उन्हें छूने की कोशिश की तो उन्होंने एक तिनके को जमीन पर मारा था और उससे इतनी ज्वाला रुपी शक्ति निकली की रावण जैसा शक्तिशाली राजा भी डर गया था। रावण के वध के बाद माता सीता की अग्नि परीक्षा इसीलिए ली गयी थी कि वो अपने छाया प्रतिरूप में प्रवेश कर वापिस अपने असली रूप में आ सके।

जय सीता राम। सबको रामनवमी की हार्दिक शुभ कामनाये।

No comments:

Post a Comment